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Tinospora Cordifolia Q के उपयोग – स्वास्थ्य लाभ और फायदे

परिचय

Tinospora Cordifolia, जिसे गिलोय के नाम से भी जाना जाता है, एक अत्यधिक लाभकारी आयुर्वेदिक पौधा है। गिलोय का उपयोग भारतीय चिकित्सा पद्धतियों में सैकड़ों वर्षों से हो रहा है और इसे “अमृत” भी कहा जाता है। यह एक बहु-लाभकारी औषधि है, जिसे विभिन्न स्वास्थ्य समस्याओं के इलाज के लिए प्रयोग किया जाता है। गिलोय के कई स्वास्थ्य लाभ हैं और यह शरीर के विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालने, प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत बनाने, और रोगों से बचाने के लिए जाना जाता है।

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गिलोय के प्रमुख लाभ

1. जोड़ो और कमर दर्द में राहत

गिलोय में सूजन-रोधी गुण होते हैं, जो जोड़ों के दर्द और कमर दर्द को कम करने में मदद करते हैं। यह गठिया, मांसपेशियों के दर्द और जोड़ों की सूजन को आराम देने में सहायक है। गिलोय के सेवन से शरीर में रक्त परिसंचरण में सुधार होता है, जिससे सूजन कम होती है और दर्द से राहत मिलती है। यह विशेष रूप से वृद्ध व्यक्तियों के लिए एक प्रभावी उपचार हो सकता है, जिनमें गठिया जैसी समस्याएं होती हैं।

2. कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित करना

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गिलोय का एक और महत्वपूर्ण लाभ यह है कि यह कोलेस्ट्रॉल के स्तर को नियंत्रित करने में मदद करता है। गिलोय “खराब” कोलेस्ट्रॉल (LDL) को कम करने और “अच्छे” कोलेस्ट्रॉल (HDL) को बढ़ाने में सहायक है। इससे हृदय संबंधित बीमारियों का खतरा कम होता है और रक्त परिसंचरण में सुधार होता है। गिलोय का नियमित सेवन रक्त में कोलेस्ट्रॉल के स्तर को संतुलित बनाए रखने में मदद कर सकता है।

3. प्रतिरक्षा प्रणाली को बढ़ावा देना

गिलोय को शरीर की प्राकृतिक प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत बनाने के लिए जाना जाता है। यह शरीर की रक्षा प्रणाली को उत्तेजित करता है, जिससे शरीर बैक्टीरिया, वायरस और अन्य रोगजनकों से लड़ने में सक्षम होता है। गिलोय का सेवन सर्दी, फ्लू और अन्य वायरल संक्रमणों से बचाव में सहायक होता है। यह शरीर को स्वस्थ बनाए रखने और विभिन्न संक्रमणों से बचाने के लिए एक प्राकृतिक उपाय के रूप में कार्य करता है।

4. सर्दी, फ्लू और अन्य संक्रमणों से बचाव

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गिलोय को एक प्राकृतिक एंटीबायोटिक माना जाता है, जो सर्दी, खांसी, फ्लू और अन्य संक्रमणों से बचाव करता है। यह शरीर में प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है और शरीर को बाहरी संक्रमणों से बचाता है। गिलोय के नियमित सेवन से शरीर में बीमारी के खिलाफ एक मजबूत रक्षा प्रणाली बनती है। इसका सेवन बुखार और संक्रमणों के इलाज में भी सहायक हो सकता है।

5. सिरदर्द और माइग्रेन में राहत

गिलोय सिरदर्द और माइग्रेन जैसी समस्याओं को दूर करने में मदद करता है। यह सिर के दर्द को कम करने और रक्त परिसंचरण को सुधारने में सहायक है। गिलोय के सेवन से मस्तिष्क में ऑक्सीजन की आपूर्ति बढ़ती है, जिससे माइग्रेन और सामान्य सिरदर्द में राहत मिलती है। यह तनाव और चिंता को भी कम करता है, जो सिरदर्द का कारण बन सकते हैं।

6. डेंगू और प्लेटलेट्स की कमी में मदद

गिलोय डेंगू बुखार के उपचार में भी सहायक हो सकता है। यह प्लेटलेट्स की संख्या को बढ़ाकर डेंगू के प्रभाव को कम करता है। गिलोय के सेवन से शरीर में प्लेटलेट्स की संख्या में सुधार होता है, जिससे डेंगू जैसी खतरनाक बीमारियों के प्रभाव को कम किया जा सकता है। गिलोय का उपयोग डेंगू और अन्य वायरल बुखारों के इलाज में प्रभावी रूप से किया जा सकता है।

7. त्वचा के स्वास्थ्य में सुधार

गिलोय का सेवन त्वचा की समस्याओं को दूर करने में भी मदद करता है। यह रक्त शुद्धि में सहायक है, जो त्वचा पर होने वाले दानों, मुंहासों और सूजन को कम करता है। गिलोय के सेवन से त्वचा की चमक बढ़ती है और यह त्वचा की उम्र बढ़ने के संकेतों को धीमा करता है। यह एक प्राकृतिक एंटी-एजिंग एजेंट के रूप में कार्य करता है।

गिलोय के अन्य लाभ

1. पाचन में सुधार

गिलोय पाचन क्रिया को बेहतर बनाता है। यह पेट के संक्रमणों से बचाता है और पेट की समस्याओं जैसे गैस, कब्ज और एसिडिटी को कम करता है। गिलोय का उपयोग पाचन तंत्र को स्वस्थ रखने और पेट की बीमारियों से राहत पाने के लिए किया जाता है।

2. बुखार में राहत

गिलोय बुखार को कम करने में भी सहायक होता है। यह शरीर के तापमान को नियंत्रित करता है और बुखार के दौरान शरीर को ठंडा करता है। गिलोय के सेवन से शरीर के अंदर के विषाक्त पदार्थ बाहर निकल जाते हैं, जिससे बुखार की समस्या में राहत मिलती है।

3. ऊर्जा का स्तर बढ़ाता है

गिलोय का सेवन शरीर में ऊर्जा का स्तर बढ़ाने में सहायक होता है। यह शारीरिक थकावट को दूर करने में मदद करता है और मानसिक रूप से भी ताजगी प्रदान करता है। गिलोय का उपयोग मानसिक और शारीरिक शांति को बढ़ावा देने के लिए भी किया जा सकता है।

उपयोग विधि

  • वयस्कों के लिए: 3-5 बूंदें, दिन में 2-3 बार पानी में मिलाकर लें।
  • बच्चों के लिए: 1-2 बूंदें, दिन में 2-3 बार पानी में मिलाकर लें।
  • शिशुओं के लिए: 1 बूंद, दिन में 2-3 बार पानी में मिलाकर दें।

निष्कर्ष

गिलोय एक शक्तिशाली आयुर्वेदिक औषधि है, जो कई स्वास्थ्य समस्याओं का समाधान प्रदान करती है। यह शरीर को स्वस्थ बनाए रखने, रोगों से लड़ने, और विभिन्न संक्रमणों से बचाव करने के लिए एक बेहतरीन उपाय है। गिलोय का उपयोग नियमित रूप से करने से शरीर को अनेकों लाभ हो सकते हैं। हालांकि, इसका उपयोग शुरू करने से पहले डॉक्टर से सलाह लेना महत्वपूर्ण है, खासकर यदि आप किसी विशेष स्वास्थ्य समस्या से ग्रसित हैं।

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